Tally ERP 9.0


टैली क्या है (What is Tally)

हमारे जीवन मे अंकाउंट का काफी महत्त्व है। व्यवसाय में रिकार्ड को तैयार करना व उसे मेंटेन रखने के लिऐ, सरकारी कार्यलयों में विभिन्न खाते तैयार करने और व्यवसायियों के लिऐ यह काफी आवश्यक है। अकाउंटिंग प्रत्येक व्यक्ति के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना धन।

टैली का अर्थ रुपयो कि अकाउंटिंग करना गिनना व्यवस्थापन व रिकार्ड रखना है।माल कहा गया कहा से आया किस चीज़  पर व्यय हुआ आज कितना व्यय हुआ ।कितना माल  निकाला किसने निकाला ये सब कार्य  टैली के अन्तर्गत आते है।

Tally एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर हैं, जो Tally Solutions Pvt. Ltd एक बहुराष्ट्रीय भारतीय कम्पनी द्वारा निर्मित कंप्यूटर सॉफ्टवेयर हैं सामान्य बोलचाल में tally को अकाउंटिंग से ही जोड़कर देखा जाता हैं, अपने व्यापार में किसी कम्पनी के वितीय लेन-देन (इनकम/खर्चे) को लिखकर रखना ही एकाउंटिंग हैं। पहले के जमाने में इसे बहियों में हाथ से लिखकर रखा जाता हैं, समय के बदलाव के साथ ही,  कम्पनी के अकाउंट को मेंटेन करने के लिए आज कंप्यूटर का उपयोग किया जाता हैं।

कंप्यूटर में जब एकाउंटिंग की बात आती हैं, तो एक ही सॉफ्टवेयर जेहन में आता हैं वो हैं टैली । व्यवसायिक व्यवहार और खातों को कंप्यूटर में सहेज कर रखने वाली टैली  प्रदाता कम्पनी का मुख्य कार्यालय बेंगलोर में हैं । भारत के अलावा कई अन्य देशों में यह टैली  सॉफ्टवेयर बेहद प्रचलित हैं, बिजनेस मैनेजमेंट में टैली  सबसे महत्वपूर्ण पहलु हैं।

पुस्तको रजिस्टर डायरी मे हम स्केल पेन्सिल से लाइने खीच -खीच  कर काॅलम बनाकर सब कुछ व्यवस्थित करते है और साथ मे गिनती के लिऐ केलकुलेटर भी रखते है।इस सब के बजाय कम्पयूटर पर एक साॅफ्टवेयर मिल जाता है जिस पर बिना  परेशानी के काॅलम बनाना ग्राफ चेक करना एकाउंटिंग करना ,रिकॉर्ड रखना सब आसानी से किया जा सकता है बस यही टैली है।

जैसे कंम्पनी के कर्मचारियों के भुगतान,कंपनी के साधनो पर आय व्यय,बैंक के विभिन्न खाते,लेन – देन रिकोर्ड ये सब टैली के काम है।
बिजनेस के प्रकारो के विस्तार के साथ टैली का विकास व उपयोग भी अलग- अलग और आसानी से हो रहा है।

टैली भारत और विदेशों में सर्वाधिक लोकप्रिय फाइनेंशियल अकाउंटिंग साँफ्टवेयर है। अपने आसान उपयोग, सरलता, यूजर अनुकूलता और विश्वसनीयता की वजह से ही इसने चार्टर्ड अकाउंटेंट्रस, अॅाडिटर्स एवं अन्य वित्तीय संस्थानों के मध्य ख्याति अर्जित की है। छोटे व्यवसाय से लेकर वृहद प्रतिष्ठान तक लगभग प्रत्येक कम्पनी द्वारा अपने लेखांकन प्रयोजन हेतु टैली का प्रयोग किया जा रहा है। वे कंप्यूटर का उपयोग जानने वाले और टैली में प्रशिक्षित कर्मचारी चाहते हैँ। पारंपरिक बही खाता लेखन विधियों को पूरी तरह से टैली के साथ प्रतिस्थापित किया जा चुका है।

टैली का प्रारंभिक रिलीज Tally 4.5 version था । इस Dos आधारित Software को 1990 के दशक के प्रारंभ में जारी किया गया था। यह बुनियादी वित्तीय लेखांकन उपकरण था। उन दिनों पर्सनल कंप्यूटर्स भारत में लोकप्रियता अर्जित कर रहे थे। Peutronics  (टैली को विकसित करने वाली कम्पनी) ने इस सुअवसर का लाभ उठाया और बाजार में अपना टैली 4.5 Version प्रस्तुत कर दिया। मोटी-मोटी जिल्द की गई बहियों की भारी-कम मात्रा को हिसाब-किताब हेतु प्रयुक्त करने वाले लेखा परीक्षक और अकाउंटेंट्स कुछ ही पलों के भीतर बैलेंस शीट्स एवं लाभ-हानि खातों की गणना करने की टैली की क्षमता देखकर हैरान रह गए। इतना सब कुछ करने के लिए हमें मात्र लेजर्स निर्मित करना और वाउचर्स में एंट्री करनी  होती हैं। शेष कार्य टैली करता है। वह हमारे लिए सभी स्टेटमेंट्स, ट्रायल बैलेंस और बैलेंस शीट बना देगा।


टैली के आगे चलकर Tally 5.4, Tally 6.3, Tally 7.2 Tally 8.1  और Tally 9.0 version जारी किये गए। इन संस्करणों  के अंतर्गत कंपनी के स्टॉक प्रबंधन हेतु प्रयुक्त होने वाली इनवेंटरी, कर्मवारियों की वेतन गणना एवं मजदूरी भुगतानों के लिए प्रयुक्त होने वाले पेरोल हेतु समर्थन और हिन्दी, तमिल, तेलगु, कन्नड, मलयालम, गुजराती, मराठी व अन्य बहुत सी भारतीय भाषाओं के लिए बहुभाषी  समर्थन सम्मिलित किया गया है।

What is Accounting
(अकाउंटिंग क्या है ?)

आधुनिक व्यवसाय का आकार इतना विस्तृत हो गया है कि इसमें सैकड़ों, सहस्त्रों व अरबों व्यावसायिक लेनदेन होते रहते हैं। इन लेन देनों के ब्यौरे को याद रखकर व्यावसायिक उपक्रम का संचालन करना असम्भव है। अतः इन लेनदेनों का क्रमबद्ध अभिलेख (records) रखे जाते हैं उनके क्रमबद्ध ज्ञान व प्रयोग-कला को ही लेखाशास्त्र कहते हैं। लेखाशास्त्र के व्यावहारिक रूप को लेखांकन कह सकते हैं। अमेरिकन इन्स्ट्टीयूट ऑफ सर्टिफाइड पब्लिक अकाउन्टैन्ट्स (AICPA) की लेखांकन शब्दावली, बुलेटिन के अनुसार ‘‘लेखांकन उन व्यवहारों और घटनाओं को, जो कि कम से कम अंशतः वित्तीय प्रकृति के है, मुद्रा के रूप में प्रभावपूर्ण तरीके से लिखने, वर्गीकृत करने तथा सारांश निकालने एवं उनके परिणामों की व्याख्या करने की कला है।’’

इस परिभाषा के अनुसार लेखांकन एक कला है, विज्ञान नहीं। इस कला का उपयोग वित्तीय प्रकृति के मुद्रा में मापनीय व्यवहारों और घटनाओं के अभिलेखन, वर्गीकरण, संक्षेपण और निर्वचन के लिए किया जाता है।

किसी व्यवसाय के वित्तीय लेनदेन का लेखा-जोखा रखने, उसका सारांश प्रस्तुत करने, रिपोर्टिंग तथा विश्लेषण करने की कला को ही एकाउंटिंग कहा जाता है। एकाउंटिंग का कार्यभार संभालने वाले व्यक्ति को एक अकाउंटेंट के रूप में जाना जाता है तथा अकाउंटेंट की भूमिका किसी रिकॉर्ड-कीपर के समान ही होती है। हालांकि, एकाउंटिंग को अब प्रबंधन का एक ऐसा उपकरण माना जाता है जो संगठन के भविष्य के विषय में महत्वर्पूण जानकारी देता है।

स्मिथ एवं एशबर्न ने उपर्युक्त परिभाषा को कुछ सुधार के साथ प्रस्तुत किया है। उनके अनुसार ‘लेखांकन मुख्यतः वित्तीय प्रकृति के व्यावसायिक लेनदेनों और घटनाओं के अभिलेखन तथा वर्गीकरण का विज्ञान है और उन लेनदेनें और घटनाओं का महत्वपूर्ण सारांश बनाने, विश्लेषण तथा व्याख्या करने और परिणामों को उन व्यक्तियों को सम्प्रेषित करने की कला है, जिन्हें निर्णय लेने हैं।’ इस परिभाषा के अनुसार लेखांकन विज्ञान और कला दोनों ही है। किन्तु यह एक पूर्ण निश्चित विज्ञान न होकर लगभग पूर्ण विज्ञान है।

Features of Tally
(टैली की विशेषताएँ)

प्रतिस्पर्धा और बढते व्यवसाय की इस दुनिया में जहाँ टैली ने सभी सीमाओं को पार कर लिया है वहीं यह एक ऐसा सर्वश्रेष्ठ, विश्वसनीय, तीव्रतम अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर बन गया है जो व्यवसाय की जटिलता अकाउंटिंग आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। टैली एक ऐसा सर्वाधिक शक्तिशाली, बहुभाषी और  बिजनेस अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो विभिन्न अकाउंटिंग स्टॉक और अन्य सर्वाधिक रिपोर्ट्स को एक ही बटन के क्लिक पर रिकॉर्ड करते हुए पब्लिश करने में सहायता प्रदान करता है। इस अनोखे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में निहित विभिन्न फीचर्स और इसके लाभ निम्नानुसार हैं।

  1. टैली का उपयोग करना अत्यंत सरल है क्योंकि इसे त्वरित्त (तुरंत) डेटा एंट्री और पलक झपकने की गति से अकाउंटिंग संबंधी जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाया गया है।

  1. यह user द्वारा Selected language में अकाउंटिंग रिकार्डस को रिकॉर्ड करने, उन्हें देखने और उत्पन्न करने में सक्षम बनाता है। यह टैली के महत्वपूर्ण फीचर्स में से एक है।


  1. यह 99999 कंपनीज का रिकार्ड एक साथ सुरक्षित रखने की अनुमति प्रदान करता है।

  2. टैली के प्रमुख फीचर्स में से एक यह है कि यह उन कंपनीज के लिये रिपोर्ट्स क्रिएट करने में सक्षम बनाता है जहाँ पर एक से अधिकलोकेशन्स के अकाउट्स का प्रबंधन किया जाता है।

  3. टैली द्वारा एक से अधिक विस्तृत डेटा को समतुल्य और अपडेट किया जाता है।

  4. टैली द्वारा कलेक्शन रिमाइंडर्स दिया जाना सुनिश्चित करते हुये बेहतर नकदी प्रवाह में सहायता की जाती है जो ब्याज की बचत में भी सहायक होता है।

  5. टैली भुगतान के मामले मेंखराब डेबिटर्स और बकाएदारों की पहचान करने में सक्षम बनाता है।

  6. टैली हमें कंपनी की उस इनवेटरी के प्रबंधन में सहायता प्रदान करता है जो प्रोडक्ट अनुसार इनवेटरी लेवल ज्ञात करने में सक्षम होती है तथा यूजर द्वारा तय स्तर पर विभिन्न प्रोडक्ट्स के लिये रीआर्डर लेवल ज्ञात करने में भी सक्षम होती है।

  7. टैली के फीचर्स में प्रोडक्ट अनुसार तथा इनवॉइस अनुसार लाभदेयता विश्लेषण (cost benefit analysis) तैयार करना भी शामिल है।

  8. टैली के उपयोगी लाभों में से एक यह है कि यह हमें एकाधिक अवधियों के लिये परफॉर्मेंस लेवल्स को समझने तथा विश्लेषित करने में सक्षम बनाता है। यह हमें कस्टमर बाइंग पैटर्न समझने में सक्षम बनाता है।

  9. यह स्टॉक की ट्रेकिंग (निगरानी) में सक्षम है ।

  10. यह हमें एक से अधिक वेयरहाउस लोकेशन पर निगरानी करने में सक्षम बनाता है जिससे हमें कंडीशन के आधार पर निर्णय लेने में सुविधा होती है ।

  11. टैली विभिन्न अकाउंटिंग अनुपातों की गणना करने में सक्षम है जो कार्य-निष्पादन की निगरानी करने में सहायता करते है और शीर्घ एवं सही निर्णय लेने में सक्षम बनाते है।

  12. यह हमें लागत और लाभ केद्र का विश्लेषण (cost center analysis) करने में सक्षम बनाता है। यह टैली के सबसे उपयागी फीचर्स मे से एक है ।

Golden Rules of Accounts
(अकाउंटिंग के नियम)

Transaction करते समय, हमें डेबिट या क्रेडिट साइड का फैसला करना होता है। इसके निम्नलिखित नियम हैं –

Personal Accounts  (व्यक्तिगत खाते )

पाने वाले को डेबिट
देने वाले को क्रेडिट
Debit : The Receiver or Debtor
Credit : The Giver or Creditor

Real Accounts(वस्तुगत खाते )

जो वस्तु व्यापार में आए उसे डेबिट करो
जो वस्तु व्यापार से जाए उसे क्रेडिट  करो
Debit : What comes in
Credit : What goes out

Nominal Accounts(नाममात्र के खाते )

समस्त प्रकार के खर्चे और हानियों को डेबिट करो
समस्त प्रकार के आय  और लाभों को क्रेडिट  करो
Debit : All Expenses & Losses
Credit : All Incomes & Gains

Tally screen components
(टैली स्क्रीन कोम्पोंनेट )

टैली में कार्य प्रारंभ करने के पूर्व टैली स्क्रीन के विभिन्न कंपोनेंट्स के साथ अपने आपको परिचित कर लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस स्क्रीन  में शामिल विभिन्न कम्पोनेंट्स निम्नानुसार होते हैं।

1. Title Bar :- Tally का Version दिखाता है ।
2. Horizontal button bar :– Language key,Key board  और Tally help को select करने का आप्शन  प्रोवाइड करता है।
3. Minimise button :- स्टैंडर्ड विंडोज आपरेटिंग सिस्टम्स फंक्शन निष्पादित करता है, हमें टैली को मिनिमाइज करने और अन्य एप्लिकेशन्स पर कार्य करने की  अनुमति देता है। टैली को रीस्टोर करने के लिए टास्कबार पर टैली के आइकॉन को क्लिक करें।
को अपनी इच्छानुसार देखने हेतु चुनते हैं।
5. Button tool bar :- टैली के साथ त्वरित सहभागिता प्रदान करने वाले बटन्स दर्शाता है। केवल वे ही बटन्स दिखाई देते हैं जो वर्तमान कार्य से संबंधित होते हैं।
6. Calculator  :- कैलक्यूलेटर का प्रयोग कैलकुलेशन करने के लिए किया जाता है।
7. Bottom Pen :- Version , रिलीज संबंधी डिटेल , वर्तमान दिनांक व सिस्टम टाईम दर्शाता है।
8. Language Button :– यूजर को लैंग्वेज कॉन्फ़िगर करने की अनुमति देता है।
9. Keyboard Button :- यूजर को फोनेटिक कीबोर्ड हेतु लैंग्वेज कॉन्फ़िगर करने की अनुमति देता है
4. Gateway of Tally :- मेन्यूज, स्क्रीन्स, रिपोर्टस् प्रदर्शित करता है तथा उन विकल्पों व आंप्शन्स को स्वीकार करता है,जिन्हें हम डेटा

टैली में लैंग्वेज ऑप्शन का प्रयोग कैसे करें
(How to change Language in Tally.ERP 9)

दोस्तों क्या आप जानते है की आप टैली को अलग अलग भाषाओ में प्रयोग कर सकते हैं टैली में कुछ पहले से इनस्टॉल लैंग्वेज होती हैं टैली 13 Local Language को सपोर्ट करता हैं।

  • Arabic
  • Indonesia Bahasa
  • Bahasa Melayu
  • Punjabi
  • Bengali
  • Gujarati
  • Hindi
  • Hinglish
  • Kannada
  • Malayalam
  • Marathi
  • Tamil
  • Tally.ERP 9 में Language को activate करने के लिए, Tally.ERP 9 के top button bar पर दिए गए Language बटन पर क्लिक करें या Alt + G प्रेस करे|
  • Language की list प्रदर्शित की जाएगी।
  • यहाँ से आप वह लैंग्वेज सिलेक्ट कर सकते है जो आप चाहते है |
  • यदि यह बटन काम नहीं करता तो Tally.ERP 9 में Multi Language सपोर्ट को activate करने के लिए निम्न चरण का प्रयास करें।

आप Tally.ERP 9 में Language को enable करके अपनी पसंद की Language में Tally.ERP 9 का उपयोग कर सकते हैं।

  • Language Dictionary डाउनलोड करें
  • अपने Tally.ERP 9 install फ़ोल्डर में जाएं।
  • एक नया फ़ोल्डर Lang नाम का बनाएं।
  • जिस Language में आप Tally.ERP 9 का उपयोग करना चाहते हैं, उसकी DCT फाइल डाउनलोड करें। उदाहरण के लिए, कन्नड़ में Tally.ERP 9 का उपयोग करने के लिए kannada.dct डाउनलोड करें।

नोट: आप एक से अधिक Languages में Tally.ERP 9 का उपयोग करने के लिए कई DCT फ़ाइलों को डाउनलोड कर सकते हैं।

  • इस फाइल को Lang फोल्डर में कॉपी और पेस्ट करें।
  • Tally.ERP 9 फ़ोल्डर से Tally.ini फ़ाइल खोलें।
  • DCT फ़ाइल के स्थान के लिए LangPath attribute की वैल्यू बदलें, जैसा कि नीचे दिखाया गया है
  • अब आप अपनी पसंद की Language में Tally.ERP 9 का उपयोग करने के लिए tally.exe चला सकते हैं।

Charts of Accounting in Tally
(टैली में अकाउंटिंग चार्ट्स)

चार्ट ऑफ़ एकाउंट्स वस्तुतः बैलेंस शीट के दायित्व (liabilities) एवं संपत्ति (assets) तथा लाभ एवं हानि (profit & loss ) अकाउंट के इनकम एवं एक्सपेंसेस का पृथक्करण (Separation ) होता है| यह अकाउंट ग्रुप और लेजर अकाउंट के संगठन का पदानुक्रमिक दृश्य (Hierarchical view ) प्रस्तुत करता है | टैली में हम इस Hierarchical structure को व्यवस्थित कर सकते हैं अर्थात अकाउंट के किसी चार्ट की रचना करते समय यह लचीलापन (Flexibility) प्रदान करता है | यह अकाउंट चार्ट की रचना करते समय ही हमारे लेजर अकाउंट को ग्रुप किए जाने की अनुमति देता है | हमारी रिपोर्ट और स्टेटमेंट हर समय वांछित वर्गीकरण (Desired classification)को  प्रतिबिंबित करते रहते है |

जैसे ही हम व्यापारिक लेखांकन सिद्धांतों के आधार पर कंपनी बनाते हैं | टैली रिवर्सड ग्रुपस कहलाने वाले 28 पूर्व -निर्धारित अकाउंट ग्रुप्स अपने आप बना देता है |इन ग्रुप्स में लेजर को वर्गीकृत किया जा सकता है|

हम इन ग्रुप्स को Gateway of Tally →Display→ List of Accounts पर जाकर देख सकते हैं | List of Account द्वारा ग्रुप के रूप में सूचीबद्ध किया गया विद्यमान चार्ट ऑफ़ एकाउंट्स प्रदर्शित किया जाता है जो अल्फाबेटिक क्रम में होता है हम लेजर नेम हेतु ऊपर-नीचे देख सकते हैं और एंटर दबाते हुए उसके विवरण बदल सकते हैं | विवरणों को घटाने हेतु वैकल्पिक रूप से ग्रुप हेड से Shift+ Enter keys का प्रयोग किया जाता है |

कैपिटल अथवा रिवेन्यू एवं अधिक विशिष्ट एसेट्स , लाइबिलिटी , इनकम तथा एक्सपेंडिचर के रूप में प्रस्तुत किए जाने वाले एकाउंटिंग सिस्टम की एकरूपता व अखंडता बनाए रखने के लिए रिवर्सड ग्रुपस के अंतर्गत सिस्टम में विशिष्ट प्रॉपर्टी और बिहेवियर विद्यमान होता है| ग्रुपस यह पता लगाते हैं कि क्या वे समान रूप मे से प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट को प्रभावित करेंगे जो कि प्रकृति रिवेन्यू में होता है अथवा बैलेंस सीट को प्रभावित करेंगे जो प्रकृति में कैपिटल होती है | इन रिवर्सड एकाउंट्स ग्रुपस में से 15 टॉप लेवल प्राइमरी ग्रुपस होते हैं और शेष 13सब- ग्रुपस होते हैं |

15 पूर्व-निर्धारित प्राइमरी ग्रुप :

1. 9 प्राइमरी ग्रुप्स जो प्रकृति में कैपिटल होते हैं उनको बैलेंस शीट में प्रदर्शित किया जाता है |
2. प्राइमरी ग्रुप जो प्रकृति में रिवेन्यू होते हैं उनको प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट में प्रदर्शित किया जाता है |
सभी 13 सब- ग्रुपस को 9 प्राइमरी ग्रुप के अंतर्गत वर्गीकृत किया जाता है जो प्रकृति में कैपिटल होते हैं तथा उन्हें बैलेंस शीट में प्रस्तुत किया जाता है |

टैली में कैश( कैश इन हैंड ग्रुप के अंतर्गत) और प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट(प्राइमरी ग्रुप के अंतर्गत) पूर्व निर्धारित लेजर होते हैं |

  1. Cash: इस लेजर को कैश-इन-हैंड ग्रुप के अंतर्गत बनाया जाता है| हम जिस दिनांक से बहिया प्रारंभ हो रही हैं वहीं से ओपनिंग बैलेंस की प्रविष्टि कर सकते हैं | हम नाम को बदल भी सकते हैं तथा साथ ही लेजर को डिलीट भी कर सकते हैं |
  2. Profit and Loss Account : इस लेजर को प्राइमरी ग्रुप के अंतर्गत बनाया जाता है इस लेजर के लिए गत वर्षो की लाभ तथा हानि को ओपनिंग बैलेंस के रूप में प्रविष्ट किया जाता है | यहां प्रविष्टि किये गए बैलेंस को ओपनिंग प्रॉफिट एंड लॉस के रूप में माना जाता है और इसे बैलेंस शीट में लाइबिलिटी पक्ष के अंतर्गत प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट ओपनिंग बैलेंस के रुप में प्रदर्शित दर्शाया जाता है | इस लेजर को हम डिलीट नहीं कर सकते है परंतु संशोधित तो कर ही सकते हैं |

सभी चाइल्ड ग्रुप्स और लेजर्स द्वारा पेरेट रिजवर्ड ग्रुप की विशिष्ट प्रॉपर्टीज को इन्हेरिट किया जाता है। विस्तृत ट्रांसेक्शन्स दर्ज किये जाने के लिए हमे अपनी पसंद के और अधिक लेजर्स,ग्रुप्स तथा सुब ग्रुप्स जोड़ने की आवश्यकता होती है |

अकाउंट की बहियो में लेजर्स द्वारा एसेट्स,लायबिलिटीज,इनकम,अथवा एक्सपेंसेस को प्रभावित किया जाता है, किसी ट्रांसेक्शन की प्रविष्ट करने के तुरंत पश्चात् टैली द्वारा प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट तथा बैलेंस शीट उत्पन्न की जा सकती है | यह सुविस्तृत फाइनेंशियल स्टेटमेंट और रिपोर्ट्स की श्रंखला भी उत्पन्न कर सकता है |

List of Tally Ledgers for Trading Account (ट्रेडिंग अकाउंट के लिए टैली लेजर की लिस्ट )

Ledger NameUnder Group
Sale ReturnSales
SaleSales
Purchase ReturnPurchase
PurchasePurchase
CarriageDirect Expenses
Freight & CartageDirect Expenses
Import dutyDirect Expenses
Rent (Dr)Direct Expenses
RoyaltyDirect Expenses
WagesDirect Expenses


List of Tally Ledgers for Profit & Loss Account (लाभ और हानि खाते के लिए टैली लेजर की लिस्ट )

Ledger nameUnder Group
AdvertisementIndirect Expenses
Bank chargesIndirect Expenses
Bill drawnIndirect Expenses
CarriageIndirect Expenses
Commission allowedIndirect Expenses
Discount allowedIndirect Expenses
Donation & charityIndirect Expenses
Free sampleIndirect Expenses
Insurance premiumIndirect Expenses
Interest on loanIndirect Expenses
Legal chargeIndirect Expenses
Loss by fireIndirect Expenses
Office lightingIndirect Expenses
Petty cashierIndirect Expenses
Postage & courierIndirect Expenses
Printing & stationeryIndirect Expenses
Rent (cr)Indirect Expenses
Repair chargeIndirect Expenses
SalaryIndirect Expenses
Sale taxIndirect Expenses
Taxi fireIndirect Expenses
Telephone chargeIndirect Expenses
Trade accountIndirect Expenses
Travelling expensesIndirect Expenses
SuspenseSuspense
Miscellaneous exp.Miscellaneous exp.
DepreciationIndirect Expenses
Commission ReceivedIndirect Income
Bed Debts RecoveredIndirect Income
Interest on DrawingIndirect Income
Discount ReceivedIndirect Income
Interest on InvestmentIndirect Income

List of Tally Ledgers for Balance Sheet (बैलेंस शीट के लिए टैली लेजर की लिस्ट )

Ledger NameUnder Group
CapitalCapital
DrawingCapital
Income TaxCapital
Life insuranceCapital
Reserves & SurplusReserves & Surplus
AdvanceCurrent Liabilities
Bank OverdraftCurrent Liabilities
Bill PayableCurrent Liabilities
Outstanding expensesCurrent Liabilities
Salary payableCurrent Liabilities
Creditor nameSundry Creditors
LoanLoan Liabilities
Branch in divisionBranch in division
Accrued expensesCurrent Liabilities
Prepaid rentMisc. Exp.- asset
Loss on theftStock in Hand
FurnitureFixed asset
GoodsFixed asset
Land & BuildingFixed asset
Long term investmentFixed asset
Machinery & plantFixed asset
BankCash at bank
CashCash in hand
StockStock in Hand
Debtor nameSundry Debtors
Bad debtorSundry Debtors
Bill receivableCurrent Assets
Good willCurrent Assets
National plantCurrent Assets
Prepaid expensesCurrent Assets
Short Term InvestmentCurrent Assets
Accrued incomeCurrent Assets

Other Ledger list

Group NameLedger Name











Purchase Accounts
All types of Purchase Accounts like
Purchase 5% Local
Purchase 12.5% Local
Purchase 2% Central
Purchase Import
Purchase Central C form
Purchase Central F form
Purchase Central H form
Purchase Central C+ E1 form
Purchase Return








Sales Account
All types of Sales Accounts like
Sales 5% Local
Sales 12.5% Local
Sales 2% Central
Sales Export
Sales Central C form
Sales Central F form
Sales Central H form
Sales Central C+ E1 form
Sale Return










Duties and Taxes
All types of Taxes like
Excise Duty Payable etc
Service Tax Payable
TDS Payable
Input Vat Accounts
Output Vat Accounts
Cenvat Accounts
Sale tax
Income Tax
VAT Payable

Objective of Accounting

अकाउंटिग के  उद्देश्य निम्नानुसार है-

1. व्यवस्थित रिकार्डस रखना: (Keeping systematic records) वित्तीय लेनदेनों को  व्यवस्थित रखने के लिए अकाउंटिग की जाती है।अर्थात् एकाउंटिंग का प्रयोग रिकार्ड्स को सिस्टमेटिक तरीके से अर्रेन्ज़ करने के लिए किया जाता है।

2. संचालनात्मक लाभ अथवा हानि का पता लगाया जाना: (Detecting Operational Profit or Loss)अकाउंटिग यह पता लगाए जाने में सहायता करती है कि व्यवसाय के संचालन में शुद्ध लाभ (net profit) हो रहा है या हानि (net loss) हो रही है । किसी विशिष्ट समयाविधि (Timeline)के आय और व्यय का समुचित लेखाजोखा रखते हुए इसे सम्पन्न किया जाता है। समयावधि के अंत में लाभ और हानि खाता तैयार किया जाता है तथा उस समयावधि के लिए आय (Income)की मात्रा यदि व्यय (expense)की तुलना में अधिक होती है तो उस अर्जित आय को यहाँ पर प्रॉफिट या लाभ कहा जाता है आय की अपेक्षा व्यय अधिक होता है तो उसे हानि या लाॅस कहा जाता है।

4.व्यवसाय की वित्तीय स्थिति ज्ञात करना : (To know the financial position of the business)लाभ और हानि खाते द्वारा किसी विशिष्ट समयावधि के दौरान व्यवसाय में अर्जित किए गए लाभ अथवा हानि की मात्रा ज्ञात की जाती है। हालांकि, इतना ही पर्याप्त नहीं होता है। व्यापारी उसकी वित्तीय स्थिति के बारे में अवश्य जानना चाहेगा अर्थात, बिज़नेस की स्थिति कैसी है यह  जानकारी बैलेंस शीट से मिलती है ।

5. विवेकपूर्ण निर्णय लिए जाने की सुविधा प्रदान करना: (To make judicial decisions) एकाउंटिंग से सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।

Types of Accounts
(अकाउंट्स के प्रकार )

1) Personal Accounts (व्यक्तिगत खाते )

सभी व्यक्ति, सोसायटी, ट्रस्ट, बैंक और कंपनियों के खाते पर्सनल अकाउन्‍ट कहलाते हैं।
उदाहरण :– Trupti A/c, Krishna Sales A/c,  Anil Traders A/c, State bank of India A/c

2) Real Accounts(वस्तुगत खाते )

Real Account  में सभी Assets और Goods अकाउन्‍ट शामिल है।
उदाहरण :– Cash A/c, Furniture A/c, Building A/c

3) Nominal Accounts(नाममात्र के खाते )

बिजनेस से संबंधित सभी आय और खर्च नॉमिनल अकाउन्‍ट के अंतर्गत आते है।
उदाहरण :– Salary A/c, Rent A/c, Commission A/c, Advertisement A/c, Light Bill A/c.

वाउचर (Voucher)

व्यापार में होने वाले लेन देन अर्थात् Transaction की एंट्री करने के लिए वाउचर का प्रयोग किया जाता हैं |

Example : purchase invoice,  sales receipt, bank interest statement etc.

“A voucher is a document containing the details of a financial transaction. “

टैली में वाउचर के प्रकार (Types of Voucher)

  • Contra Voucher (F4)
  • Payment Voucher (F5)
  • Receipt Voucher (F6)
  • Journal Voucher (F7)
  • Sales Voucher (F8)
  • Credit Note Voucher (Ctrl + F8)
  • Purchase Voucher (F9)
  • Debit Note Voucher (Ctrl + F9)
  • Reversing Voucher (F10)
  • Memo Voucher (Ctrl + F10)

Contra Voucher 

कॉण्ट्रा वाउचर का प्रयोग फंड ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। कॉण्ट्रा वाउचर में कैश व बैंक के मध्य हुई लेन-देनों को रिकार्ड किया जाता हैं। इसलिये इसमें केवल कैश व बैंक से सम्बंधित लेजर्स ही प्रदर्शित होते हैं।

Example : 

  • बैंक में 2000 रुपये जमा किये (Cash deposited into bank)
  • बैंक से 2000 रुपये निकाले (Cash withdraw from bank)
  • बैंक में चैक जमा किया (Check deposit into bank)
  • बैंक से चैक प्राप्त (Check Receive from bank)

Payment Voucher 

इस वाउचर का प्रयोग भुगतान से सम्बंधित सभी प्रकार के लेन देन का रिकॉर्ड रखने के लिए किया जाता हैं चाहे वह भुगतान कैश हो या बैंक के माध्यम से किये गए हो|
Example : 

  • वेतन दिया (Salary paid)
  • मोहन को मजदूरी दी (Wages Paid to Mohan)
  • श्याम को भुगतान किया (Cash paid to Shyam)
  • माल पर डिस्काउंट दिया (Discount given on goods)
  • किराया दिया (Rent Paid)

Receipt Voucher 

Receipt Voucher का प्रयोग प्राप्ति से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाता हैं|
Example : 

  • अमन से 2000 रुपये प्राप्त हुए (Cash receive from aman)
  • Salary प्राप्त (Salary Receive)
  • Rent प्राप्त (Rent Receive)
  • राम से कमीशन प्राप्त (Commission receive to ram)

Journal Voucher 

जर्नल वाउचर एक एडजस्टमेंट वाउचर (adjustment Voucher) हैं ,इसलिए इसका प्रयोग सामान्य एंट्री करने के लिए किया जाता हैं |
Example :

  • Credit Assets Purchase / Sales
  • Drawings / Donation / Charity as Goods
  • Goods Distribution as Free Sample
  • Loss by fire / Loss by theft
  • Any Adjustment Entry

Sales Voucher 

सेल्स वाउचर का प्रयोग विक्रय से सम्बंधित सभी लेन देन चाहे नगद हो या उधार हो की एंट्री करने के लिए किया जाता हैं |
Example : 

  • 1500 रुपये का सामान बेचा
  • मोहन को फर्नीचर बेचा
  • राम को नगद मशीन बेचीं
  • संजय को सामान बेचा |

6.Purchase Voucher 

परचेस वाउचर का प्रयोग क्रय से सम्बंधित सभी लेन देन चाहे नगद हो या उधार हो की एंट्री करने के लिए किया जाता हैं |
Example : 

  • फर्नीचर खरीदा (Furniture Purchase)
  • सोहन से मशीन खरीदी (Machine Purchase from Sohan)
  • मोहन से नगद सामान ख़रीदा (Goods Purchase from Mohan by cash)
  • बिल्डिंग खरीदी (Building Sold)

Credit Note Voucher 

क्रेडिट नोट वाउचर का प्रयोग विक्रय वापसी से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाता हैं इसके अलावा माल पर दी गई छूट की एंट्री करने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता हैं| इस वाउचर का प्रयोग करने से पहले इसे एक्टिवेट करना पड़ता हैं इसे एक्टिवेट करने के लिए F11 Key दबाकर Use Debit note / credit note option को yes करना पड़ता हैं |

Example :

  • बिका हुआ सामान वापस किया
  • बिके हुए सामान पर 10% discount दिया

Debit Note Voucher 

डेबिट नोट वाउचर का प्रयोग क्रय वापसी से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाताहैं इसके अलावा माल पर प्राप्त छूट की एंट्री करने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता हैं| इस वाउचर का प्रयोग करने से पहले इसे एक्टिवेट करना पड़ता हैं इसे एक्टिवेट करने के लिए F11 Key दबाकर Use Debit note / Credit note option को Yes करना पड़ता हैं |

Example :

  • ख़रीदा हुआ सामान वापस लौटाया
  • ख़रीदे हुए सामान पर 10% discount मिला

Reversing Voucher 

यह एक विशेष प्रकार का वाउचर होता हैं जो एक निश्चित अवधि के बाद स्वतः ही जर्नल वाउचर के समान हो जाता हैं इस वाउचर का प्रयोग एंट्री को रिवर्स करने के लिए किया जाता हैं|

Memo Voucher 

यह एक नॉन एकाउंटिंग वाउचर हैं इसका प्रयोग याददाश्त से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाता हैं इस वाउचर में की गई एंट्री का प्रभाव किसी स्टेटमेंट पर नहीं पड़ता हैं|

Example :

  • Advance salary given to employee.
  • Office expenses.
  • Goods given to Shiva.

(टैली से बाहर कैसे आए)

Tally से बाहर आने के लिए कुछ सिंपल Steps को Follow करना होता है ।
1.सबसे पहले Gateway of tally पर आए।
2. Esc key press करे ।
3.Esc key प्रेस करने पर Quit? Yes or NO” मेसेज दिखाई देगा ।
4.टैली से बाहर आने के लिए  Enter या Y दबाएँ अथवा Yes पर क्लिक करें ।
5.आप टैली से बाहर आ जायगे ।

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